नववर्ष में इस बार 25 एकादशी के व्रत के होंगे। पहली एकादशी गत 6 जनवरी को थी, जबकि 25 दिसंबर को अंतिम और 25वीं एकादशी होगी। ज्योतिषाचार्य पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी के अनुसार यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है। इसलिए एकादशी तिथि का व्रत किया जाता है। एकादशी तिथि माह में दो बार (कृष्ण पक्ष की एकादशी और शुक्ल पक्ष की एकादशी) आती है। पौराणिक शास्त्रों में इसे हरि वासर या हरि दिन के नाम से जाना जाता है।
कब किस तिथि होगी एकादशी, वर्ष पूरे का जानिए ब्यौरा
पुत्रदा एकादशी 6 जनवरी
षटतिला एकादशी 20 जनवरी
जया एकादशी 5 फरवरी
विजया एकादशी 19 फरवरी
आमलकी एकादशी 6 मार्च
पापमोचिनी एकादशी 19 मार्च
कामदा एकादशी 4 अप्रैल
वरुथिनी एकादशी 18 अप्रैल
मोहिनी एकादशी 4 मई
अपरा एकादशी 18 मई
निर्जला एकादशी 2 जून
योगिनी एकादशी 17 जून
देवशयनी एकादशी 1 जुलाई
कामिका एकादशी 16 जुलाई
श्रावण पुत्रदा एकादशी 30 जुलाई
अजा एकादशी 15 अगस्त
परिवर्तिनी एकादशी 19 अगस्त
इंदिरा एकादशी 13 सितंबर
पद्मिनी एकादशी 27 सितंबर
परम एकादशी 13 अक्टूबर
पापांकुशा एकादशी 27 अक्टूबर
रमा एकादशी 11 नवंबर
देव उठनी एकादशी 25 नवंबर
उत्पन्ना एकादशी 11 दिसंबर
मोक्षदा एकादशी 25 दिसंबर
इस साल 25 एकादशी, 25 दिसंबर को 25वीं एकादशी